अदब हो आन में जिनकी, करें आदर निशान का। अदब हो आन में जिनकी, करें आदर निशान का।
दोनों बिछुड़ कर विधाता की लेखनी है ! दोनों बिछुड़ कर विधाता की लेखनी है !
जब कान्हा ने तुम्हारी..... खटिया की पटिया में..... गांठ बांधी थी चुटिया में.... जब कान्हा ने तुम्हारी..... खटिया की पटिया में..... गांठ बांधी थी चुटिया ...
सोच रहे क्या दोनों रूप में जीवन की पर्यायी हूं वृक्ष नष्ट करोगे साँस कहाँ से पाओगे सोच रहे क्या दोनों रूप में जीवन की पर्यायी हूं वृक्ष नष्ट करोगे साँस कह...
हां ! अकेली नहीं होती हूं मैं जब तुम मेरे पास नहीं होते। हां ! अकेली नहीं होती हूं मैं जब तुम मेरे पास नहीं होते।
खाली हो तो पत्नी की निराशा निराली। खाली हो तो पत्नी की निराशा निराली।